tag:blogger.com,1999:blog-7886465091761157627.post3390777037662624590..comments2023-09-26T03:49:22.305-07:00Comments on दस्तख़त / dastakhat: फ़रिश्ते की तरह चाँद का काफ़िला न रोका करो रमेश यादवhttp://www.blogger.com/profile/11384704240817097064noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7886465091761157627.post-63836774078172895122012-11-01T05:07:06.586-07:002012-11-01T05:07:06.586-07:00बेहद सुन्दर भाव पूर्ण भावनाओं क संसार........हार्द...बेहद सुन्दर भाव पूर्ण भावनाओं क संसार........हार्दिक आभार अनुभूतिhttps://www.blogger.com/profile/17816337979760354731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7886465091761157627.post-4396053527600547102012-10-25T10:50:09.628-07:002012-10-25T10:50:09.628-07:00badhiya rachnayen.badhiya rachnayen.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7886465091761157627.post-23488115212183909402012-10-25T03:30:11.919-07:002012-10-25T03:30:11.919-07:00ऋतु परिवर्तन के समय 'संयम 'बरतने हेतु नवरा...ऋतु परिवर्तन के समय 'संयम 'बरतने हेतु नवरात्रों का विधान सार्वजनिक रूप से वर्ष मे दो बार रखा गया था जो पूर्ण वैज्ञानिक आधार पर 'अथर्व वेद 'पर अवलंबित था।नौ औषद्धियों का सेवन नौ दिन विशेष रूप से करना होता था। पदार्थ विज्ञान –material science पर आधारित हवन के जरिये पर्यावरण को शुद्ध रखा जाता था। वेदिक परंपरा के पतन और विदेशी गुलामी मे पनपी पौराणिक प्रथा ने सब कुछ ध्वस्त कर दिया। अब जो पोंगा-पंथ चल र<br />हा है उससे लाभ कुछ भी नहीं और हानी अधिक है। रावण साम्राज्यवादी था उसके सहयोगी वर्तमान यू एस ए के एरावन और साईबेरिया के कुंभकरण थे। इन सब का राम ने खात्मा किया था और जन-वादी शासन स्थापित किया था। लेकिन आज राम के पुजारी वर्तमान साम्राज्यवाद के सरगना यू एस ए के हितों का संरक्षण कर रहे हैं जो एक विडम्बना नहीं तो और क्या है?vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7886465091761157627.post-81248465989390421272012-10-24T23:29:58.223-07:002012-10-24T23:29:58.223-07:00खूबसूरत खयाल .... पर रचनाएँ अधूरी क्यों हैं ? खूबसूरत खयाल .... पर रचनाएँ अधूरी क्यों हैं ? संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7886465091761157627.post-84273904289995926712012-10-24T21:03:29.987-07:002012-10-24T21:03:29.987-07:00bahut khoob ......chaand ke bahaane ...bahut khoob ......chaand ke bahaane ...Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7886465091761157627.post-75065449551056396712012-10-24T19:55:59.012-07:002012-10-24T19:55:59.012-07:00बहुत बढ़िया सर!
सादरबहुत बढ़िया सर!<br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.com