अंकों की माया,बहुतों को भाया
आज 12.12.12 है.
यानी
12 तारीख,12 वां महीना और 12 वां साल
दुनिया के लोग
इसे दुर्लभ पल मान रहे हैं
अब अगला मौका 89 साल बाद
01.01.2101 के रूप में आएगा
स्त्री का दर्द और पुरुष की खुशी
आज के दिन कुछ
लोग प्रकृति को चुनौती दे रहे हैं
स्वतः पैदा होने
वाले शिशु को
आपरेशन से
निकालने के लिए
मोटी रकम अदा कर
रहे हैं
खुशी प्रसव की हो
या अग्नि परीक्षा की
आख़िरकार स्त्री
को ही देनी पड़ती है
टेस्ट ट्यूब बेबी
हो या
सीजर बेबी या फिर
सामान्य
दर्द स्त्री को ही सहनी
पड़ती है
और खुशी पूरे वंश को
बारह की शादी
ऐतिहासिक शादी वही
जो 12.12.12 को रचाये
दहेज वही जो
दुल्हन लाये
खुशी वही जो मन
को भाये
भले दहेज देने
में लड़की के
पिता का घर उजाड़
जाए
लड़का बैल की तरह
बिकाए
लड़की गाय की तरह
तलाशी जाये
अच्छा होता इस तारीख को
दहेज के खिलाफ
अभियान में शामिल किया जाता
न कोई बिकता ,न
कोई ख़रीदा जाता
गृह प्रवेश
पहले लूटे होंगे किसी
का घर
फिर बनायेंगे
होंगे अपना घर
इंतज़ार किये होंगे 12.12.12 का
कराये होंगे गृह
प्रवेश
मनाये होंगे जश्न
बैंक का विस्तार
चूस कर जनता के
गाढ़ी कमाई का व्याज
बैंको ने किया 12.12.12 को शाखा और एटीएम का
विस्तार
अभिजात्य वर्ग का पाखंड
यह है अभिजात्य वर्ग का
पाखंड
जिसका बाज़ार ने किय प्रचार
आकंठ
हर पल को जोड़ा 12.12.12 के संग
गाँव
गाँव में आज भी लोग
12.12.12 से अनभिज्ञ
खेतों में हल चलाये,गेहूं
बोये
खलिहान में धान की दंवाई
और धान की सटकाई हुई
21 सदी का तमाशा,मीडिया ने परोसा
4 comments:
लोगों की बुद्धि पर तरस आता है .... सटीक और सार्थक क्षणिकाएं
बहुत उम्दा अभिव्यक्ति ...
मेरी नयी पोस्ट पर आपका स्वागत है बेतुकी खुशियाँ
देखिये 12,12,12 =36 .और छत्तीस का आँकड़े से बना शब्द (शब्द कोश में) इसका अर्थ देखा . बड़ा खराब निकला .पर लोगों की बुद्धि को क्या कहा जाय!
बहुत बढ़िया सर!
सादर
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