Monday 28 May 2012

दादी स्त्रीवादी है या वंशवादी ....?

एक 


एक माँ के लिए बेटा-बेटी बराबर है,लेकिन वंशवादी पति को क्या चाहिए ...? 
ऐसे मामलों में दादी अपने बेटे के पक्ष में खड़ी दिखाती है. 
यहाँ दादी स्त्रीवादी है या वंशवादी ....?
कितना निर्मम और निरंकुश रहा होगा और है वंश चलने की परम्परा ....
सन्दर्भ के लिए देखिये -कलर्स पर 'मधुबाला'


दो 

पहले गाँव में कुछ एक महिलाएं होती थीं,जो गर्भवती महिला के चाल और पेट के आकार को देख-नाप कर बता देती थीं कि लड़की होगी या लड़का.
आज यह जगह मशीन ने ले ली है.लेकिन तब की महिला और आज के मशीन में एक बुनियादी फर्क है .यदि उस महिला को आभास होता कि बेटी पैदा होने की स्थिति में गर्भवती माँ मार दी जायेगी तो वह वही बताती,जिससे उसकी जान बच जाये.आमतौर पर.
यहीं अंतर है मानव और मशीन में... 
सन्दर्भ के लिए देखिये -कलर्स पर 'मधुबाला'


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